जब हमने ट्विटर प्रयोग किया तो लोगों ने पूछना शुरु कर दिया ये ट्विटर क्या है? फिर से एक नया जी का जंजाल? काहे का खटराग फैलाते हो, वगैरहा वगैरहा। इसलिए हमने सोचा कि लोगो की भ्रांतियां दूर करने के लिए, ट्विटर पर एक लेख लिख दिया जाए। वैसे इस बारे मे रवि भाई विस्तार से एक लेख लिख रखा है, उसे भी जरुर देखिएगा। आप अपने रोजमर्रा के जीवन मे ये वाक्य जरुर सुनते होंगे….
क्या कर रहे हो बबुआ?
क्या चल रहा है?
और क्या खबर?
क्या है नयी ताजी?
जी हाँ यही सवाल होता है अक्सर मिर्जा का। हमारे मिर्जा साहब जब भी फोन/चैट पर आते है तो पहले पहले यही सवाल दागते है। अब इत्ते फायर झेलकर तो बन्दा इनको देखते ही, बिना पूछे बता देगा कि वो क्या कर रहा है। मेरे ख्याल से ट्विटर बनाने वाले डेवलपर भी मिर्जा जैसे किसी शख्स से पीड़ित होंगे इसलिए दन्न से एक साइट बना दी, जिसमे कोई भी अपना एकाउन्ट बनाकर अपने हर पल पल की खबर अपने दोस्तों यारों को दे सकता है। अब अविनाश को ही लें, ट्विटर की खबर लगते ही उसने अपने उठने, नहाने धोने, से लेकर सोने तक की खबर पब्लिश करनी शुरु कर दी है ताकि कोई भी उपरोक्त सवाल ना पूछे। छोटे संदेश लिखना भी आसान, ऊपर से सहूलियत इतनी की आप अपने गूगल/याहू मैसेंजर, मोबाइल या अन्य कई तरीकों से साइट को अपडेट भेज सकते है। इन अपडेट्स को ट्वीट्स बोलते है। कोई भी ट्वीट्स मैसेज 140 शब्दों का ही हो सकता है। अंग्रेजी मे संदेश लिखने के लिए तो ये अच्छी लिमिट है, लेकिन जाहिर है हिन्दी के लिए यह लिमिट कम है, क्योंकि हिन्दी के शब्द यूनीकोड मे स्टोर होते है। खैर ये समस्या ट्विटर वाले देखे अपने को क्या। आप तो आगे पढिए।
जैसे ही ट्वीट्स ट्विटर को मिलते है वो इनको आपकी ट्विटर साइट पर पब्लिश कर देता है। और जिन लोगो ने आपकी साइट को वॉचलिस्ट (Follow) किया हुआ है, उनको आटोमेटिक तरीके से खबर कर दी जाती है। लोग चाहे तो अपने कम्पयूटर पर बैठे बैठे आपके मैसेज का जवाब दे सकते है। है ना कुछ अलग तरीके की सोशल नैटवर्किंग। आप कहेंगे कि ये खांमखा का टाइम वेस्ट है, है जी, जरुर है। (हमारी नज़र में) सोशल नैटवर्किंग है ही टाइमवेस्ट। लेकिन इसका क्रिएटिव प्रयोग भी हो सकता है। कैसे?…..देखिए नीचे कुछ उदाहरण समझाए है:
मिनी ब्लॉग
आप ट्विटर का प्रयोग एक मिनी ब्लॉग अथवा साइड ब्लॉग के रुप मे भी कर सकते है। मान लीजिए आप मैनेजमैन्ट या तकनीकी, नैटसर्फ़िंग के गुरु है। आप चाहते है कि अपने कुछ गुर आप अपने ब्लॉग के साइडबार मे पाठको को भी दिखाते रहे। अब या तो आप अपने गुरों/ टिप्स का एक नया ब्लॉग बना लें, जिसको चलाना और संचालित करना भी अपने आप मे टेढी खीर है। या फिर ट्विटर पर जाकर एक एकाउंट बना ले। मेरे विचार से दूसरा वाला आप्शन ज्यादा आसान होगा। बस शुरु हो जाइए। अपने गूगल चैट से ट्वीट्स भेजिए, और साइडबार मे दिखाते रहिए। ट्विटर बहुत लोकप्रिय है इसलिए आपके ब्लॉग पर दिखाने के लिए आपको मनमाफ़िक कोई ना कोई विडजेड मिल ही जाएगा।
आपके ब्लॉग का विज्ञापन
ये तो सभी को पता है कि हिन्दी ब्लॉगिंग मे ब्लॉगर ज्यादा पाठक कम है। पाठकों की संख्या बढाने के लिए हमे हर उस नए प्लेटफार्म का प्रयोग करना होगा जहाँ हिन्दी जानने वाले पहुँचते है। ट्विटर भी कुछ ऐसा ही प्लेटफार्म है। आप चाहे तो आपके ब्लॉग से आटोमेटिक तरीके से एक ट्विटर साइट बन सकती है। आप इधर पोस्ट करें उधर एक संक्षिप्त पोस्ट छप जाएगी। लोग उस पोस्ट को देखकर, आपकी साइट पर आएंगे ही। बाकी फिर आपके ऊपर है कि आप उनको कैसे बांधकर रखते हो। यदि आपको महीने मे आपकी ट्विटर साइट से 10 हिट्स भी मिल गए तो कोई घाटे का सौदा नही। अब आप इन हिट्स को डॉलर मे कैसे बदल पाते है ये आपके ऊपर है।
शेयर बाजार की टिप्स के लिए
आप शेयर बाजार के अच्छे जानकार है, अपने दोस्तों को शेयर मार्केट की टिप्स देना चाहते है। कमल भाई, आप सुन रहे है ना? लेकिन होता ये है कि आपके 8 या 10 दोस्त है, जो आपकी टिप्स पर इन्वेस्ट करते है। अब चैट मे यह सुविधा तो है नही कि सबको एक साथ मैसेज कर दिया, इसलिए ट्विटर का सहारा लीजिए, अपना एक एकाउंट बनाइए, और अपने गूगल चैट से उस एकाउंट पर टिप डाल दीजिए, बस। इधर टिप डाली नही, उधर पब्लिश हुई नही। बाकी दोस्तों को बोलिए कि उस साइट को सब्सक्राइब कर लें। पूरे मार्केट की कमेंट्री करते रहिए दिन भर।
चार लाइना वाली कविता
मान लीजिए, आपका ब्लॉग बहुत ही गम्भीर विषय पर आधारित है। लेकिन आप चाहते है कि आपके पाठक बने रहे, तो उनको कुछ मनोरंजक चुटकुले, चार लाइना टाइप की हास्य कविताएं बगल के साइटबार पर दिखाते रहे। इससे हर तरह के पाठक आपके ब्लॉग पर आते रहेंगे। वैसे एक रिस्क है इसमे, हो सकता है कि आपका साइटब्लॉग आपके ब्लॉग से ज्यादा लोकप्रिय हो जाएगा। अपने कमल भाई का मालामाल तो आप जानते ही होंगे। कई कुंवारे तो वहाँ सिर्फ़ मालामाल देखने के लिए ही टंगे रहते है।
शब्दार्थ, उच्चारण, लेखन सम्बंधी प्रश्न पूछने के लिए
अक्सर लोग पूछते है, हिन्दी मे फलां फलां शब्द को बाराहा/IME मे कैसे लिखें, बस पूछ मारिए, आपके चाहने वाले आपको उधर ही जवाब टिका देंगे। इससे बाकी लोगों का भी भला हो जाएगा। इसी तरह से अक्सर लोग अंग्रेजी शब्दों की हिन्दी या हिन्दी शब्दों की अंग्रेजी पूछते है, बस चैट की बजाय उधर पूछिए, तो बाकी लोग भी उसको समझ लेंगे। हो गया ना सोशल नैटवर्किंग का क्रिएटिव प्रयोग।
लाइव अपडेट
मान लीजिए, आप किसी एक समारोह मे गए है। चले मान लीजिए किसी भी ब्लॉगर्स मीट (वेजीटेरियन वाले, इसको ब्लॉग संगत पढें) मे जाते है, वहाँ से आप पल पल की जानकारी इस साइट को दे सकते है। उठाइए मोबाइल और दन्न से डालते रहिए ट्वीट्स, बाकी के ब्लॉगर उस साइट को देखकर पता कर लेंगे। हो गया ना लाइव अपडेट।
वैसे हम भारतीय बहुत ही जुगाड़ू किस्म के लोग होते है। मुझे आशा ही नही, बल्कि पूरा पूरा विश्वास है आप ट्विटर का भरपूर जुगाड़ी प्रयोग कर लेंगे। जैसे कोई छोटी भड़ास(गाली गलौच टाइप की, 140 शब्दों मे तो काफी गालिया लिखी जा सकती है, है कि नही?) निकालनी हो, कविताएं दिमाग मे अटक गयी हो, कोई नयी ताजी हाइकू लिखी हो, तो उधर उगल दीजिए। ऐसे ही कई ढेर सारे और प्रयोग है, जिनको आप ट्विटर पर प्रयोग कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए हुए लिंक आपके काम आएंगे।
- रवि भाई का ट्विटर के प्रयोग पर लिखा शानदार लेख।
- ट्विटर साइट पर रजिस्टर करने का लिंक
- ट्विटर से सम्बंधित सैकड़ो जुगाड़
- ट्विटर टूल्स का खजाना
- वर्डप्रेस प्रयोग करने वाले साथियों के लिए ट्विटर सम्बंधित जुगाड़
- अपने ब्लॉग की फीड ट्विटर पर दिखाने के लिए
[tags] Hindi, India, Twitter, ट्विटर, भारत, हिन्दी [/tags]
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