साथियों,
हिन्दी चिट्ठाकारी (ब्लॉगिंग) की गूंज दूर दूर तक पहुँच रही है। मेरे को अपने ईमेल आई है जिसमे एक हिन्दी ब्लॉग शोधार्थी ने मुझे कुछ सवाल भेजे है। जो इस प्रकार है :
- क्या ब्लॉग को आनलाइन डायरी कहना ठीक होगा?
- ब्लॉग से किसको लाभ है? (हिन्दी के संदर्भ मे ही)
- वास्तव मे इसे इतने लोग पढते है?
- क्या यह टाइम-पास करने का साधन है?
वैसे तो मै इन सवालों का जवाब स्वयं दे सकता था, लेकिन मै चाहूंगा कि साथी चिट्ठाकार इन सवालों का टिप्पणी मे लिखकर सिलसिलेवार जवाब दें।
क्या आप इन सवालों का जवाब दे सकते है? जवाब कम से कम शब्दों मे लिखें। देखते है किसके जवाब सबसे अच्छे है।
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