Florence : A Masterpiece

दुनिया में कुछ ही देश भारत की सांस्कृतिक विरासत जैसा महत्व रखते हैं, और उनमें से एक है इटली। इटली में भी भारत जैसा अपनापन महसूस होता है—वैसी ही भीड़, वैसा ही ट्रैफिक जाम, ठीक वैसे ही जुगाड़ू लोग, नदी, पहाड़, समंदर, सब कुछ यहाँ भी है। तो चलिए, आज यात्रा की अलमारी से यादों का एक पन्ना इटली के नाम। मैं हूँ आपका हमसफ़र, जितेंद्र चौधरी, और आज चलते हैं इटली के सबसे खूबसूरत शहर, फ्लोरेंस में।

यह लगभग असंभव है कि आप इटली की यात्रा पर हों और फ्लोरेंस ना गए हों। फ्लोरेंस, जिसे ‘फिरेंज़े’ भी कहा जाता है, इटली के सबसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहरों में से एक है। यहाँ की हर गली में इतिहास बिखरा हुआ है, और इमारतें तो जैसे अपनी कहानी सुनाने को आतुर हों। फ्लोरेंस महान कलाकारों, वैज्ञानिकों, और विचारकों की कर्मभूमि रहा है। विश्व प्रसिद्ध माइकलएंजेलो, लियोनार्डो दा विंची और दांते जैसे महान हस्तियां इसी शहर की देन हैं। यह शहर म्यूजियम से भरा हुआ है। मैं खुद तीन बार गया हूँ, लेकिन आज तक इसे पूरी तरह नहीं देख सका।

फ्लोरेंस के लोग बेहद मिलनसार और खुले दिल वाले हैं। अपनी भाषा और संस्कृति पर गर्व करते हैं और खुलकर बात करते हैं। किसी भी कैफ़े में बैठ जाइए, हर आने-जाने वाला आपको मुस्कराहट के साथ मिलेगा। यहाँ का पास्ता और ब्रुशेटा मशहूर हैं, और फ्लोरेंस का जेलाटो (इटालियन आइसक्रीम) तो बेमिसाल है।

फ्लोरेंस का कैथेड्रल (डुओमो) और उसके साथ घंटाघर (जिओट्टो का बेल टॉवर) ज़रूर देखें। अरनो नदी के ऊपर बना पोंटे वेकियो पुल तो फ्लोरेंस की पहचान है, इसे भी ज़रूर देखिए। अगर आप कला प्रेमी हैं तो तीन दिन भी कम लगेंगे। फ्लोरेंस, इटली का टस्कनी क्षेत्र में है , जो एक पहाड़ी इलाका है, जहाँ अंगूरों की खेती होती है और विश्व प्रसिद्ध वाइन बनाई जाती है। इस पर फिर कभी विस्तार से लिखूंगा।

फ्लोरेंस आकर आपको अजनबीपन महसूस नहीं होगा, क्योंकि यहाँ की मूर्तियाँ, कलाकृतियाँ और इमारतें आपने फिल्मों, किताबों, और कहानियों में अनगिनत बार देखी होंगी। आपको ऐसा लगेगा जैसे किसी पुराने दोस्त से मिल रहे हों। तो फिर, कब आ रहे हैं?

नोट: कुछ साथियों ने कहा कि मैं ज्यादा फोटो डाला करूं, पाँच फोटो कम लगते हैं। अब समस्या ये है कि मैं लगभग 15 ग्रुप में पोस्ट करता हूँ, और कुछ ग्रुप में फोटो की लिमिट 5 है, इसलिए मैं 5 से ज्यादा नहीं डालता। नियम तोड़ना मेरी फ़ितरत में नहीं है। आप अपने ग्रुप एडमिन से रिक्वेस्ट कर सकते हैं कि फोटो की लिमिट 8 कर दें, तभी पोस्ट के साथ इंसाफ होगा।

आशा है आपको यह लेख पसंद आया होगा। लेख पढ़ने के लिए धन्यवाद! आपकी टिप्पणियों का इंतजार रहेगा। घुमक्कड़ी का यह सफर यूँ ही जारी रहेगा। मेरे हमसफ़र बने रहने के लिए मुझे फॉलो करना मत भूलिएगा। मेरी वॉल पर सारे पुराने लेख और रील्स एक साथ मिल जाएंगे। आपकी आलोचना, राय, सुझाव और टिप्पणियों का हार्दिक स्वागत है।

Photo : Florence 2013-2016

#travelwithjitendra #traveldiaries #florence #italy #europe

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *