यूरोप में कहीं भी जाइए, आपको पैदल तो चलना ही पड़ता है। कभी यह सज़ा लगती है और कभी यह मज़ा देता है। सोचिए, एक ऐसा शहर जहाँ नहरें, साइकिलें, और फूलों से सजे पुल आपका स्वागत करते हैं, और हवा में तैरती हुई फूलों की खुशबू हर कदम पर आपका साथ देती है। आइए, आपको एम्स्टर्डम की पैदल यात्रा पर ले चलते हैं। मैं हूँ जितेंद्र चौधरी, आपका हमसफर, आपका एम्स्टर्डम में स्वागत है।
एम्स्टर्डम में या तो आप साइकिल से चल सकते हैं या फिर पैदल। मेरे हिसाब से पैदल चलने का अपना अलग ही आनंद है। यहाँ की हर गली में इतिहास और कला का मेल है।
जैसे ही आप डैम स्क्वायर से चलना शुरू करते हैं, आपको एहसास होता है कि यह शहर कितनी सरलता से आपको अपनी ओर खींच लेता है। हर मोड़ पर रुकने का मन करता है, और हर नुक्कड़ पर छोटे-छोटे कैफ़े जैसे आपको बुला रहे हों। कुछ दूरी पर रंग-बिरंगे घर, दुकानें, और पुराने चर्च इस शहर की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। अगर आप कला और इतिहास के शौकीन हैं, तो दीवारों पर बनी स्ट्रीट आर्ट आपका ध्यान खींचेगी।
एम्स्टर्डम की गलियों में चलते हुए, हर कदम पर आप किसी नई कहानी का हिस्सा बन जाते हैं। सड़कों के किनारे खड़ी साइकिलें, नहरों में तैरती बोट्स, और हरे-भरे पार्क ऐसा अनुभव देते हैं जैसे किसी खूबसूरत कैनवास से तस्वीर उठकर आपके सामने जीवित हो उठी हो।
और सबसे अच्छा हिस्सा? यहाँ की हवा में आज़ादी की खुशबू है। हर व्यक्ति यहाँ अपनी मस्ती में खोया हुआ है। आपको यहाँ तरह-तरह के लोग मिलेंगे – कोई लम्बी चोटियों वाला पुरुष, तो कहीं बिना बालों वाली खूबसूरत महिलाएँ। कहीं कोई प्रेमी युगल एक-दूसरे में खोए हुए हैं, बाकी दुनिया से बेखबर कंही अकेला हिप्पी अपने संगीत में मस्त। किसी को यह परवाह नहीं है कि आप उनके बारे में क्या सोचते हैं; सभी अपनी ही दुनिया में मस्त हैं, अल-मस्त।
जगह-जगह फूलों की दुकानें, और हवा में तैरती ताज़े फूलों की महक। और क्यों न हो, एम्स्टर्डम दुनिया में सबसे बड़ा फूलों का कारोबारी शहर जो है। एक चेतावनी – चलते-चलते आप इस माहौल में खो सकते हैं, अपनी सारी चिंताओं और परेशानियों से मुक्त होकर। यही इस शहर की खासियत है। एम्स्टर्डम में सैर करना एक ऐसा अनुभव है जिसे शब्दों में पूरी तरह से बयान नहीं किया जा सकता। यह ऐसा अनुभव है, जिसे केवल यहाँ आकर ही महसूस किया जा सकता है।
एम्स्टर्डम की बातें आगे भी जारी रहेंगी, क्योंकि यह शहर एक लेख में नहीं सिमट सकता।अगले लेख तक के लिए अलविदा।
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