साथियों,
मेरे विचार से आप सभी भी उन लोगों में शामिल है जो समाचारपत्र के पोर्टल से खबरें देखते हैं। शुरू शुरू में तो वहां पर खबरें दिखती थी, थोड़े दिनों बाद विज्ञापन भी आने शुरू हो गए, तब भी ठीक था, लेकिन फिर विज्ञापन और ख़बरों का अनुपात ऐसा बिगड़ा कि अब एक खबर ढूंढ़ने के लिए जबरन १० विज्ञापन देखने पड़ते हैं ऊपर से तुर्रा ये की ये समाचारपत्र आपको सारी खबरें मुफ्त में मुहैया कराते है इसलिए विज्ञापन दिखाना इनका जन्मसिद्द अधिकार है। ये कहाँ की शराफत है की आप अपनी मनमर्जी पाठकों पर थोपो।
मैं गूगल का क्रोम ब्राउज़र प्रयोग करता हूँ, इसलिए विज्ञापनों को छिपाने के लिए मैंने adblock नामक प्लगइन लगाया, शुरू शुरू में तो सब सही चला लेकिन ये समाचारपत्र भी शातिर निकले, एक एक करके इन सभी ने adblock को भी ब्लॉक कर दिया, अब आप किसी भी साइट पर जाओ, नवभारत टाइम्स , जागरण, दैनिक भास्कर या कोई भी और समाचारपत्र सभी ने एक सुर में adblock को बैन कर दिया है, अब क्या करें?
तकनीकी रूप से हर चीज़ का इलाज संभव है, यदि आप गूगल क्रोम प्रयोग करते है, तो एक और प्लग इन लगाए “NOSCRIPT ” इसके लगाने से ये समाचारपत्र कोई भी javascript अपनी मर्जी से नहीं चला सकेंगे। इससे आपको थोड़ी परेशानी होगी, बाकी साइट पर भी “NoScript ” प्लगइन सक्रिय हो जाएगा, उसके लिए एक बटन से आप दूसरी साइट्स पर जावास्क्रिप्ट चलाने की आज्ञा दे सकते हैं। यह प्लग इन यहाँ पर उपलब्ध है
दुसरे ब्राउज़र पर भी ऐसे प्लगइन उपलब्ध होंगे, गुणीजन अपना ज्ञान बाटें , ताकि पाठकों का ज्ञानवर्धन हो सके।
Leave a Reply