हिन्दी चिट्ठाकारों के सामूहिक प्रयासों की एक झलक:
चिट्ठाकार समूह हिन्दी चिट्ठाकारों का संवाद स्थल। तकनीकी सहायता, सामूहिक संवाद एवं हिन्दी सम्बंधित जानकारी के लिये इस चिट्ठाकार समूह का गठन किया है। पत्राचार के लिये इसका सदस्य होना आवश्यक है।
अक्षरग्राम : अक्षरग्राम हिन्दी चिट्ठाकारों की चपल चौपाल है।यहाँ पर आकर सभी चिट्ठाकार अपने मन की बात कहते है।किसी भी प्रकार की सूचना देने के लिए अक्षरग्राम का प्रयोग किया जाता है। इसके कर्ताधर्ता अपने मिर्ची सेठ है। अगर आपके पास अक्षरग्राम का लागिन नही है तो इनसे निवेदन करिए ना। पुराना रिकार्ड बताता है कि लागिन देने मे इन्होने तीन घन्टे से ज्यादा समय नही लगाया है।एक और बात अक्षरग्राम पर ही अनुगूँज का आयोजन होता है।
अनुगूँज :अनुगूँज यानि सभी चिट्ठाकारों की किसी भी विषय पर सम्मिलित आवाज।अनुगूँज के पाक्षिक आयोजन मे मे आयोजक चिट्ठाकार एक विषय देता है जिस पर सभी भाग लेने वाले चिट्ठाकार अपनी प्रविष्टि लिखते है।जी हाँ कुछ कुछ निबन्ध प्रतियोगिता की तरह, बस इसमे आपको अपनी कलात्मकता (जो नि:सन्देह आपके पास है) का मिश्रण करते हुए अपनी पोस्ट अपने ब्लॉग पर लिखनी है। अनुगूँज की समाप्ति के अवसर पर आयोजक चिट्ठाकार, सभी प्रविष्टियों का उल्लेख करते हुए एक लेख अक्षरग्राम पर लिखता है।पिछले अनुगूँज के बारे मे यहाँ देखिए और हाँ अनुगूँज सम्बंधित नियम यहाँ रहे।
चिट्ठा विश्व :चिट्ठा विश्व, हिन्दी चिट्ठाकारों का आधिकारिक ब्लॉग एग्रीगेटर है। सभी चिट्ठाकारों के ब्लॉग यहाँ पर देखे जा सकते है, साथ उनके परिचय भी। इसका संचालन देबाशीष दा के योग्य हाथों मे है। यदि आपका ब्लॉग चिट्ठा विश्व मे रजिस्टर्ड नही है तो आज ही करवाएं।
निरन्तर:विश्व की पहली हिन्दी ब्लॉगजीन
पहली बार मार्च 2005 में प्रकाशित मासिक ब्लॉगज़ीन निरंतर अपने आप में अनूठा प्रयास था। दुर्भाग्यवश, कुछ आधा दर्जन उल्लेखनीय और स्तरीय विषयवस्तु भरे अंक देने के बाद अगस्त 2005 में इसका प्रकाशन स्थगित हो गया था। अगस्त २००६ से पत्रिका पुनर्जीवित हुई है और एक शानदार अंक – एड्स विशेषांक – के साथ उपस्थित है।
नारद : रखे सबकी खबर|नारद भी हिन्दी चिट्ठाकारों का ब्लॉग एग्रीगेटर है।आपका ब्लॉग इसमे रजिस्टर्ड है कि नही? यदि नही तो आज ही नारद को बोलिए सुनो नारद। इसका संचालन जीतेन्द्र चौधरी करते है।और हाँ नारद सम्बंधित सूचना के लिये नारद जी के ब्लॉग उवाच देखना ना भूलें।
सर्वज्ञ:हिन्दी चिट्ठाकारों का ज्ञान सागर। कहते है बूंद बूंद से सागर भरता है, इसको चरितार्थ किया है सर्वज्ञ ने।इस ज्ञान सागर मे आप्को हिन्दी चिट्ठाकारी के सामूहिक प्रयासों का अथाह ज्ञान भंडार मिलेगा।इस ज्ञान सागर मे आप भी अपना योगदान कर सकते है।इसका संचालन रमण कौल जी करते है।
बुनो कहानी:”बुनो कहानी” यानि “गल्प निरंतर”, ये कहानी लिखी जाएगी समूह ब्लॉग के लेखकों द्वारा। हर ३ महीने एक नई कहानी। कहानी शुरु कोई करेगा, परवान कोई और चढ़ाएगा और खत्म करगा कोई और। हर दिन दो दिन में बैटन पास होगी, कहानी की पूँछ बढ़ती जाएगी, तय होगी तो बस कहानी खत्म करने की तारीख और लेखक। आप भी इसमे भाग ले सकते है। इसके संपादक और संचालक देबाशीष चक्रवर्ती है।
ब्लॉग नाद:हिन्दी चिट्ठाकारों का अपना रेडियो स्टेशन। जी हाँ इसमे आप हिन्दी मे अपनी आडियो प्रविष्टि भेज सकते है।आजकल यह रेडियो स्टेशन अपने नवीनीकरण अभियान मे लगा हुआ है, इसलिए इसकी सेवाए कुछ समय के लिये स्थगित कर दी गयी है।इसका संचालन जीतेन्द्र चौधरी करते है। यदि आप भी इसके संचालन के इच्छुक है तो लिखिए ना।
परिचर्चा:हिन्दी चिट्ठाकारों का अपना फोरम।परिचर्चा का उद्देश्य हिन्दी चिट्ठाकारों के बीच वार्तालाप को और प्रगाढ बनाना है। यदि आपके पास किसी भी विषय पर कोई सवाल है और चाहते है बाकी के चिट्ठाकार भी उसका जवाब दें तो चूकिए नही, लिख डालिए। अथवा किसी मुद्दे ने आपकी नींद उड़ा रखी है तो आइए ना, हमारा परिचर्चा 24 घन्टे और सातों दिन यानि 24×7 खुला रहता है। इसका संचालन अमित गुप्ता करते है।यदि आप भी इसमे योगदान करना चाहते है सम्पर्क करिए।
श्रीराम चरित मानस:श्री रामचरित मानस का हिन्दू संस्कृति मे विशेष स्थान है। हर घर मे आपको रामायण मिल जाएगी। गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरित मानस को यूनीकोड मे इन्टरनैट पर उपलब्ध कराने मे रवि शंकर रतलामी, अनूप शुक्ला और जीतेन्द्र चौधरी का योगदान रहा है।
शब्दनिधि:अंग्रेजी से हिन्दी का शब्दकोष
अक्सर हमे किसी अंग्रेजी शब्द का हिन्दी शब्द देखने की आवश्यकता पड़ती है।इसी समस्या से निजात पाने के लिये देबाशीष चक्रवर्ती ने अंग्रेजी हिन्दी शब्दकोष का संकलन किया है।इस शब्दकोष मे आप शब्दों के अर्थ के अतिरिक्त उन शब्दों का वाक्यों मे प्रयोग भी पाएंगे।आप भी इसमे सहयोग कर सकते है।
उर्दू से हिन्दी का शब्दकोष:आप अक्सर उर्दू की शेरो शायरी सुनते होंगे, लेकिन अक्सर आपको कुछ शब्दों के अर्थ परेशान करते होंगे। तो आइए ना आपकी समस्या का इलाज है हमारे पास। उर्दू अदब के चुनीन्दा अलफाजों का हिदी रूपान्तर आपको यहाँ मिलेगा। इसका संकलन जीतेन्द्र चौधरी ने किया है। आप भी इसमे सहयोग कर सकते है हमे लिखें।