वैसे तो मै खालिस कानपुरी हूँ। और अपना मकान कानपुर मे ही है। लेकिन कानपुर की आबो हवा सूट नही करती। धूल से एलर्जी है इसलिये कानपुर जाकर भी चैन नही मिलता। इसलिये जब अगले मकान की बात शुरु हुई है तो मेरे दिमाग मे कई शहर है, वही आप लोगों से डिसकस करना चाहता हूँ।
सबसे पहले तो मै आपको अपनी प्राथमिकतायें बताना चाहूँगा। मै बड़े शहर जैसे मुम्बई, दिल्ली, कोलकाता या चैन्नई मे नही रहना चाहता। मुझे सकून चाहिये और ये मेरा अपना विचार है कि बड़े शहरो की जीवन शैली मे सकून नही है। इसलिये मै कुछ छोटे शहरों की तरफ़ रुख करना चाहता हूँ। शहर मे बुनियादी सुविधायें जैसे बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और मनोरंजन सुविधाओ का अच्छे स्केल पर होना जरुरी है। अब जब तक हिन्दुस्तान मे कंही नौकरी मिलेगी तब तक तो नौकरी वाले शहर मे रहना मजबूरी होगी। लेकिन जिस दिन रिटायरमेन्ट के लिये सोचा उस दिन इस “फ़्यूचर घर” मे शिफ़्ट कर जाना चाहूँगा।
मैने कुछ शहर शार्टलिस्ट किये है, जिनके बारे मे आपसे राय की उम्मीद रखता हूँ। मै अच्छाईयां बताउंगा, खराबियां आप लोग गिनाइये।
लखनऊ
नवाबों का शहर, नफ़ासत, नजाकत और सांस्कृतिक शहर। मेरे होम टाउन कानपुर के सबसे नजदीक। लखनऊ सचमुच रिहायश के लिये एक अच्छी पसन्द साबित हो सकती है। हाल के वर्षो मे प्रोपर्टी के दामो मे भारी उछाल आया है।
देहरादून
पहाड़ो से मुझे विशेष प्रेम है, देहरादून पहाड़ो के नजदीक का शहर है। काफ़ी हरियाली है। शिक्षा का तो यह गढ है। शहर छोटा मगर खूबसूरत है। उत्तरांचल की राजधानी बन जाने से इसकी बुनियादी सुविधाओ मे काफ़ी सुधार हुआ है।
भोपाल
भोपाल भी एक अच्छा शहर है। अमन चैन से जिन्दगी बिताने के लिये एक नायाब शहर। अभी प्रोपर्टी के दामों मे उछाल नही दिखा लेकिन जल्दी ही प्रोपर्टी के दामो मे बढोत्तरी आने की सम्भाव्ना है।
पुणे
मुझे बहुत पसन्द है, हालांकि पुणे अब पहले वाला पुणे नही रहा, काफ़ी बदल गया, देबू दा ज्यादा रोशनी डाल सकेंगे। उपनगरों मे प्रोपर्टी अभी भी अफोर्डेबल है।
चन्डीगढ
बहुत सुन्दर शहर, वैल प्लान्ड, दुनिया भर के ब्रान्ड आपको यहाँ मिल जायेंगे। साक्षरता लगभग ८०%, इसलिये पडोसियों से ज्यादा पंगा होने की सम्भावना नही। पहाड़ो के करीब।
बैंगलौर
अच्छा शहर, साफ़ सुथरा, बुनियादी सुविधाये विश्व स्तर की है, और भी सुधार हो रहा है, लेकिन काफ़ी मंहगा। वैसे तो इस शहर को रिटायर्ड लोगों का शहर कहा जाता है लेकिन आईटी का सेन्टर बन जाने से हर चीज बहुत मंहगी हो गयी है और लोगो के खर्चे काफ़ी बढ गये है।
गोवा
अच्छे शहर है, गोवा मे भी जैसे माप्सा, पणजी, मडगांव वगैरहा वगैरहा। सब कुछ ठीक है लेकिन सांस्कृतिक भिन्नता कुछ तकलीफ़ दे सकती है। गोवन कल्चर मे पुर्तगाली संस्कृति झलकती है, थोड़े समय के लिये कल्चरल शाक लग सकता है। प्रापर्टी अभी भी ठीक ठाक दामों पर मिल रही है। बस एक दिक्कत हो जायेगी। अक्सर घर धर्मशाला मे तब्दील हो जायेगा। क्योंकि फिर हर रिश्तेदार गोवा की तरफ़ मुँह उठाकर छुटिट्याँ मनाने के लिये निकल पड़ेगा।
नासिक
साफ सुथरा, सुन्दर और शान्त शहर, ज्यादा जानकारी नही है इसके बारे मे, पता कर रहा हूँ।
जो जनाब ये तो थी मेरी लिस्ट, अब आप बताइये, इसमे से कौन सा शहर अच्छा है बसने के लिये। आप चाहे तो कोई और शहर भी बता सकते हैं।ध्यान रखियेगा बुढापे के हिसाब से बताइयेगा।
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