आजादी की उङान यानि कट एन्ड पेस्ट से मुक्ति
आज ही फ़ुरसतिया जी की प्रेरणा से बारहा डायरेक्ट प्रयोग किया. आइटम तो सही है भीङू
कट और पेस्ट से मुक्ति मिल गयी है, सीधा जहाँ चाहो वहाँ हिन्दी में लिखा जा सकता है.
अभी थोङी दिक्क़्त आ रही है लेकिन जहाँ चाह वहाँ राह
आप भी डाउनलोड करिये ना
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