Tag: शेरो शायरी
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एक बराह्मण ने कहा कि ये साल अच्छा है
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एक बराह्मण ने कहा कि ये साल अच्छा है ज़ुल्म की रात बहुत जल्द टलेगी अब तो आग…
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तू कहीं भी रहे सर पे तेरे इल्ज़ाम तो है
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तू कहीं भी रहे सर पे तेरे इल्ज़ाम तो है तेरे हाथों की लकीरों में मेरा नाम तो…
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पसीने पसीने हुई जा रहे हो…
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पसीने पसीने हुई जा रहे हो ये बोलो कहां से चले आ रहे हो हमें सब्र करने को…
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दोस्त बन बन के मिले…
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दोस्त बन बन के मिले मुझको मिटानेवाले मैं ने देखे हैं कई रंग बलनेवाले तुमने चुप रहकर सितम…
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कैसे सुकून पाऊ….
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कैसे सुकून पाऊं तुझे देखने के बाद अब क्या ग़़जल सुनाऊं तुझे देखने के बाद आवाज़ दे रही…
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देख लो ख्व़ाब मगर….
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देख लो ख्व़ाब मगर ख्व़ाब का चर्चा न करो लोग जल जायेंगे सूरज की तमन्ना न करो वक़्त…
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चलो बांट लेते हैं अपनी सज़ाए
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चलो बांट लेते हैं अपनी सज़ाएं ना तुम याद आओ ना हम याद आएं सभी ने लगाया है…
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मैं ख़याल हूं किसी और का,…
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मैं ख़याल हूं किसी और का, मुझे सोचता कोई और है सर-ए-आईना मेरा अक्स है, पस-ए-आईना कोई और…
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शेरो शायरी का शौंक
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आजकल बेगम साहिबा के कुवैत मे ना होने से, अपना गज़लो और नज़मो को पढने और सुनने का…
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