दुबई की मशहूर जगहें तो आपने ज़रूर देखी होंगी, और उनके बारे में कहीं से भी पढ़ सकते हैं। लेकिन हमारे साथ, दुबई के कुछ अनोखे नजारे देखने को मिलेंगे, जिन्हें वहाँ के स्थानीय लोग भी कम ही जानते हैं। मैं हूँ आपका हमसफ़र, जितेंद्र चौधरी, आइए लेकर चलता हूँ दुबई के एक और अनोखे सफ़र पर।
कहने को तो दुबई में ऊंची-ऊंची इमारतें और भव्य शॉपिंग मॉल्स हैं, लेकिन दुबई अपने ढेर सारे अनोखे प्रयोगों के लिए भी जाना जाता है। ऐसा ही एक अद्भुत प्रयोग है, लव लेक। यह बेहद रोमांटिक जगह है।
दुबई से लगभग 50 किलोमीटर दूर, अल कुड्रा के रेगिस्तानी इलाके में स्थित इस मानव निर्मित झील को 2018 में बनाया गया था। इसकी बनावट कुछ ऐसी है कि ऊपर से देखने पर आपको दो दिल मिलते हुए दिखाई देंगे। पेड़ों और झाड़ियों को भी इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि ऊपर से देखो तो ‘LOVE’ लिखा दिखाई देता है। जैसे वह गीत है ना… “दो दिल मिल रहे हैं… मगर चुपके चुपके…”। अब मेरे पास ड्रोन तो था नहीं, इसलिए ऊंचाई से ली गई तस्वीर विकिपीडिया से ली है, ताकि आपको इसका अंदाज़ा हो सके कि झील कैसी दिखती है।
यहाँ पर लोग रात को पिकनिक करने आते हैं। रात में क्यों? अरे, यह दुबई है, दिन में पिकनिक करेंगे तो पिघल जाएंगे! हमारे दोस्तों ने ऑफिस का काम निपटाने के बाद 4 बजे से सुबह 4 बजे तक हमारे साथ वक्त बिताया। हम भी शाम होते ही निकल पड़े। दुबई से 50 किलोमीटर की दूरी पर, यानी लगभग 45 मिनट की ड्राइव पर यह जगह है। वैसे भी शाम को पीक टाइम होता है, लेकिन फिर भी…
लव लेक दुबई की प्राकृतिक सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। आप हनीमून पर हों या सिर्फ अपने साथी के साथ एक रोमांटिक शाम, या दोस्तों के साथ मस्ती वाली ट्रिप, लव लेक आपके लिए एकदम मस्त जगह है।
सूर्यास्त के समय तक हम रेगिस्तान में घूमते रहे, उसके बाद झील के चारों ओर चक्कर काटते हुए सही जगह देखकर जम गए। अब दुबई में सब कुछ पक्का करना होता है, इसलिए सिक्योरिटी वालों से पूछा कि बारबेक्यू की अनुमति है या नहीं। जब उन्होंने सहमति जताई, तभी हमने तंदूर चालू किया। ये दुबई है, ये लोग सर सर करके आपके ऊपर पेनल्टी ठोक देंगे। इज्जत पूरी देंगे, मुरव्वत कोई नहीं करेंगे। इसलिए सावधान रहें और सुरक्षित रहे।
शाकाहारी लोगों ने आलू और पनीर पर हाथ साफ़ किया, जबकि बाकी ने कबाब और टिक्का को कंही का नहीं छोड़ा। एक बात खली कि वहाँ रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं थी, इसलिए कुछ उत्साही लोग अपने साथ जनरेटर भी लाए थे। हमने इतनी ज़हमत नहीं उठाई। शेरों-शायरी और संगीत का दौर रात 2 बजे तक चला, फिर सब कुछ समेटकर सुबह 4 बजे होटल पहुँचे। इस तरह लव लेक का यह ट्रिप समाप्त हुआ।
अगली बार जब भी दुबई जाएँ, तो लव लेक ज़रूर देखियेगा। लेख पढ़ने के लिए शुक्रिया, आपकी कमेंट की प्रतीक्षा रहेगी। घुमक्कड़ी का सफ़र यूँ ही जारी रहेगा, मेरे हमसफ़र बनने के लिए , मुझे फॉलो करना मत भूलिएगा। मेरी वॉल पर सारे पुराने लेख/रील्स एक साथ मिल जाएंगे। आपकी आलोचना, राय, सुझाव और टिप्पणियों का हार्दिक स्वागत है।
Photo: Dubai 2020
Note: One photo taken from Wikimedia.
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