अब गूगल बुक्स की नयी सेवा

आपको याद होगा जनवरी 2007 के महीने मे मैने आपको शैल्फ़ारी नामक एक वैब साइट के बारे मे बताया था, जहाँ पर आपनी बुक-शैल्फ़ सजा सकते है। तब से लेकर अब तक उस साइट ने काफी प्रगति की है। काफी अच्छी सेवा है आप अपनी बुक-शैल्फ़ वहाँ पर सजा सकते है। लेकिन परेशानी सिर्फ़ इतनी है कि ये सेवा फ्लैश प्रयोग करती है, जिससे आपकी साइट पर बुक-शैल्फ़ दिखाने मे थोड़ा समय लगता है। ये तो रही शैल्फ़ारी की बात, अब गूगल बाबा , अपनी नयी लघु सेवा मेरा पुस्तकालय (myLibrary) जो गूगल बुक्स का ही हिस्सा है, से इस काम मे कूद गए है। पूरी जानकारी गूगल के आफिशल ब्लॉग पर है। शैल्फारी पर मेरी बुक-शेल्फ़ ये रही। अभी गूगल बाबा ने इस बारे मे कोई विड्जेट बनाया नही है, वो भी शायद कुछ दिन मे आ जाएगा। फिलहाल गूगल पर मेरी शैल्फ़ का फीड इधर मौजूद है

गूगल की इस सेवा मे आप अपनी किताबे इम्पोर्ट भी कर सकते है, यदि आपके पास किताब का ISBN नम्बर है। अभी यह सेवा अपने शुरुवाती चरण मे है, इसलिए इसमे सुधार की काफी गुंजाइश है। तो फिर किताब प्रेमी शुरु हो जाइए, बनाइए अपनी बुक-शैल्फ़ और दिखाइए दुनिया को।

वैसे तो विगत 5 सितम्बर को ही मेरा पन्ना को चार साल पूरे हो गए, लेकिन आज चूंकि मेरा जन्मदिन भी है, इसलिए ये दोहरी खुशी आप सभी के साथ शेयर कर रहा हूँ। मै अपने पाठकों का आभारी हूँ, जिन्होने हजारों की संख्या मे टिप्पणियां करके मेरा उत्साह वर्धन किया। उसी तरह आगे भी करते रहिगा, पढते रहिए, मेरा पन्ना (आप सभी का पन्ना)

8 responses to “अब गूगल बुक्स की नयी सेवा”

  1. सागर चन्द नाहर Avatar

    जीतू भाई
    आपको और आपके चिठ्ठे के जन्मदिन की दोहरी खुशी पर बहुत बहुत बधाईयाँ।

  2. Gyan Pandey Avatar

    जन्मदिन की बधाई.
    (वैसे मेरा सरकारी जन्मदिन भी तीन दिन पहले गया है. पर असली ज्न्मदिन का असली मजा है!)
    ये शेल्फ़ारी पर हिन्दी में धावा नहीं मारा लोगों ने?

  3. उन्मुक्त Avatar

    तो फिर आपको दोहरी बधाई। लेकिन दोहरी मिठाई कहां है 🙂

  4. paramjitbali Avatar
    paramjitbali

    जन्म दिन की बहुत-बहुत बधाई।

  5. Amit Avatar

    जन्मदिन की बधाई तो आपको कई बार टिका चुके हैं(सूद समेत हमका लौटाईयेगा), चार साल का होने की बधाई भी आप ब्लॉग खाते में टिका लो। 🙂

  6. सृजन शिल्पी Avatar

    जीतू भाई, जन्म दिन बहुत-बहुत मुबारक हो। वैसे हम, आपके जन्म दिन की खुशी में कानपुर के ठग्गू के लड्डू खा चुके हैं।

    बुक-शेल्फ वाली यह सेवा तो काफी उपयोगी लगती है।

  7. rahul Avatar
    rahul

    i want to openn free account in google baba through site

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