आज १६ सितम्बर को हिन्दी चिट्ठाजगत के पितामह कहलाए जाने वाले श्री अनूप शुक्ला जी उर्फ़ फुरसतिया का जन्मदिन है। मेरी तरफ़ से उन्हे जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई। वैसे तो वे पिछले दिनो पूना मे कुछ प्रशिक्षण पाने गए थे, बीच मे सुना है नासिक भी गए थे, आज वे मुम्बई मे विचरण करते हुए और लोकल ट्रेन मे चढने की असफ़ल कोशिश करते हुए पाए गए है। हिन्दी चिट्ठाकारों को वे यदि कंही भी मिले, तो मेरी तरफ़ से जादू की झप्पी जरुर दे दीजिएगा । अलबत्ता यदि कोई महिला चिट्ठाकार ऐसा (जादू की झप्पी) करना चाहे तो वे अपने रिस्क पर करें। हमारी कोई जिम्मेदारी नही होगी।
भाई अनूप शुक्ला मेरे सबसे पसंदीदा चिट्ठाकार है इसलिए प्रतिवर्ष उनका जन्मदिन मेरे ब्लॉग पर और मेरे जन्मदिन पर मेरी छीछालेदर उनके ब्लॉग पर ही होती है। इस बार छीछालेदर ना करते हुए, हम सिर्फ़ उनको उनके (४५वें, विश्वस्त सूत्रो से ज्ञात) जन्मदिन पर ढेर सारी बधाई देते हुए, उनको निवेदन करते है कि कम से कम ४५ पन्नों वाली पोस्ट लिखें, ताकि पढने वाले भी पूरी तसल्ली से पढ सकें।
आप अनूप भाई को जन्मदिन की बधाई यहाँ अथवा परिचर्चा पर दे सकते है।
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