आज काफी दिनो बाद स्ट्रिंग्स को सुन रहा हूँ। ये पाकिस्तानी सिंगर्स बहुत अच्छा गाते है। मुझे ये काफी पसन्द है। आस पास इन्होने हिन्दी फिल्मों के लिए भी गीत गाएं है। इनमे से मेरी पसन्द का एक गीत है, ये है मेरी कहानी ( फिल्म जिन्दा)। हो सकता है आपको भी पसन्द आए:
ये है मेरी कहानी
खामोश जिन्दगानी
सन्नाटा कह रहा है
क्यूं जु़ल्म सह रहा है
इक दास्तां पुरानी
तनहाई की जुबानी
हर जख्म खिल रहा है
कुछ मुझसे कह रहा है
चुभते कांटे यादों के
दामन से चुनता हूँ
गिरती दीवारों के
आंचल मे जिन्दा हूँ
बस यह मेरी कहानी
बे-निशां निशानी
एक दर्द बह रहा है
कुछ मुझ से कह रहा है
चुभते कांटे यादों के
दामन से चुनता हूँ
गिरती दीवारों के
आंचल मे जिन्दा हूँ
( जॉन अब्राहम की आवाज, मे कविता)
बजाय प्यार के शबनम मेरे गुलिस्तां में, बरसते रहते है हर मिनट मौत के साए
स्याहियों में उलझी पडती है मेरी आंखे, कोई नही….कोई भी नही.. जो बताए
कितनी देर उजालों की राह देखूं
कोई नही, कोई भी नही, ना पास, ना दूर
दिल की धड़कन, अपनी चाहत का जो ऐलान किए जाती है
जिन्दगी है जो जिए जाती है, खून के घूंट पिए जाती है
ख्वाब आंखो से सिए जाती है।
अब ना कोई पास है
फिर भी एहसास है
स्याहियों मे उलझी पड़ी
जीने की एक आस है
यादों का जंगल ये दिल
कांटो से जलकर ये दिल
चुभते कांटे यादों के
दामन से चुनता हूँ
गिरती दीवारों के
आंचल मे जिन्दा हूँ।
फिल्म: जिन्दा
रिलीज : 2005
संगीत : विशाल शेखर और स्ट्रिंग्स
आप इस गीत को आनलाइन यहाँ पर सुन सकते है। स्ट्रिंग्स के बारे मे ज्यादा जानकारी उनकी आफिशयल वैब साइट पर प्राप्त की जा सकती है।
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