अरे भई मै कोई नींद की गोलियां नही बेच रहा हुँ। अक्सर कई लोगों की, कभी कभी नींद उड़ भी जाती है। कभी कभी तो सारी सारी रात नींद नही आती। अक्सर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो सकता है। बीबीसी की एक ख़बर के अनुसार नींद इन्सान की एक अहम जरुरत है, यदि आपने जरुरत के मुताबिक नींद नही मारी तो आपकी याद्दाश्त और सोचने की शक्ति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। पूरा लेख तो वहीं पर पढे। वहाँ से लौटकर आएं तो आगे वाला पैराग्राफ़ पढिए।
लेकिन जनाब अगर नींद ना आए तो क्या करें? अरे हम है ना? ये रहे कुछ नायाब तरीके, नींद लाने के। उसके बाद भी आपको नींद ना आए तो डा. झटका से एप्वाइंटमेंट लेकर अकेले मे मिलें।
१. पढिए : अक्सर ऐसा होता है कि रात को नींद नही आती, दिन भर आफिस मे कम्पयूटर से माथा पच्ची करने के बाद शायद आप कम्पयूटर पर बैठना पसन्द ना करें, तो पढिए। अपने पसन्द की किताब?…..ना ना.. वो किताबे जो आप कतई नापसंद करते है। यदि आप रजनीश को पसन्द करते है तो उसके उलट किसी और की किताब पढिए….यदि आपको फिल्मों से चिढ है तो फिल्मी गॉसिप पढिए। कुछ ऐसा पढिए, जिससे आप बोर होएं, अक्सर कम्पनियों की वार्षिक रिपोर्ट उठाकर पढिए, अब आप जगदीश भाटिया तो हो नही कि सब कुछ समझ लोगे, ना ही समीर लाल, जिनका दिन भर यही काम है। बस थोड़ी देर मे ही आपको बोरियत होने लगेगी और आप निद्रा देवी के आगोश मे समाने लगेंगे।
२. शापिंग : जी हाँ शापिंग के लिए ही बोल रहा हूँ। उठाइए गाड़ी और निकल जाइए किसी भी 24×7 वाले शापिंग मॉल की तरफ़। खरीदिए कुछ नही, बस इधर उधर टहलिए, रात के समय वैसे भी शॉपिंग सेन्टर मे भीड़ नही होगी (यदि आपकी किस्मत खराब नही हुई तो)। हर तरह के सामान को देखिए, उठाइए, अलटिए, पलटिए, जाँचिए, परखिए लेकिन खरीदिए कुछ भी नही। वहाँ के स्टाफ को पकड़िए, सवाल पूछ-पूछ कर पकाइए, पकड़ पकड़ पर प्रोडक्ट की बारीकियों के बारे मे विस्तार से चर्चा करिए। वे भी रात को अकेले में बोर होते है, आपको पाकर बहुत धन्य होंगे, शायद चाय भी पिलाएं।
३. एयरपोर्ट/रेलवे स्टेशन : यदि आपके शहर मे 24×7 शापिंग सेन्टर नही है तो एयरपोर्ट तो होगा ही, क्या कहा? नही, तो रेलवे स्टेशन या बस अड्डा तो होगा ही। यदि वो भी नही, तो फिर ये लेख आपके लिए नही है, आगे का मत पढिए, बेकार मे आपको पढते पढते ही नींद ना आ जाए। तो जनाब रेलवे स्टेशन/बस अड्डे जाइए, सर्दी हो तो, ब्रेड-आमलेट बनवा कर खाइए, गर्मी हो तो फलूदा कुल्फ़ी। प्लेटफार्म टिकट खरीदकर (ध्यान रखिएगा, प्लेटफार्म टिकट जरुर लीजिएगा, नही तो लालू मेरे को पकड़ लेगा, कि मैं लोगो को फ्री मे प्लेटफार्म पर टहलने के लिए उकसा रहा हूँ) प्लेटफार्म पर टहलिए, हर गाड़ी के आने जाने वाले चार्ट को पढिए, पूछताछ खिड़की मे बाकायदा लाइन मे लगकर, पूछिए कि फलाना गाड़ी कित्ते बजे आएगी। तब तक पूछिए जब तक लाइन मे पीछे के बन्दे आपको गरियाना ना शुरु करें। बाकायदा रेलगाड़ी के हर डिब्बें मे ताकिए झांकिए, जैसे आपके पहचान वाले इसी ट्रेन से आ रहे है। किसी अनजान को (औरतो को नही) देखकर मुस्कराइए, लेकिन ज्यादा नही। हल्का सा, इस्माइल मारिएगा, नही तो वो आपको एमवे वाला समझेगा।
४. टीवी देखिए : हाँ जी टीवी देखा जा सकता है, यदि आपको नींद ना आ रही हो तो किसी दूसरी भाषा का चैनल देखें। नींद आने की पक्क्की गारंटी। यदि आपको तमिल आती है तो मलयालम का चैनल देखिए, क्योंकि तमिल और मलयाली दोनो किसी बन्दे को एक साथ आएं, मुश्किल है। ये आजमाया हुआ नुस्खा है। अपने को तो स्टार न्यूज मे भी नींद आ जाती है। ये लोग समझ गए है कि लोग बीच बीच मे सो जाते है इसलिए, बैकग्राउन्ड म्यूजिक की आवाज जोर की रखते है। वैसे रात के समय आपको सिर्फ़ टेली शापिंग वाले चैनल ही दिखेंगे, लेकिन कोशिश करिएगा कि किसी दूसरी भाषा मे टेलीशापिंग वाला चैनल देखिए या फिर विदेशी चैनेल जैसे इटैलियन, अरबी चैनल देखिए, अपनी मातृ भाषा या जानी पहचानी भाषा को छोड़कर किसी भी भाषा का चैनल देखिए, नींद आएगी, शर्तिया आएगी।
५. म्यूजिक सुनिए : रेडियो उठाइए, और सुनिए, शार्टवेव पर रुसी चैनल, समझ मे तो कुछ आएगा नही, अलबत्ता नींद जरुर आएगी। शब्दों पर ध्यान दीजिएगा, जैसे अगर रूसी रेडियो स्टेशन है तो हर वस्की शब्द पर पलकें झपकाइएगा। और यदि चीनी है तो हर ‘च’ से शुरु होने वाले शब्द पर, लेकिन ध्यान रखिएगा, जहाँ भी अच्छा गीत बजे या कुछ समझ मे आने लगे, चैनल बदलकर निकल लीजिएगा। खबरदार जो अच्छा म्यूजिक सुना। नही तो लगे रहोगे, नींद तो आएगी नही, रोजाना उसी चैनल की आदत पड़ेगी सो अलग।
६. शुकुल से चैट करिए : ये शायद आपको पता ना हो, जब भारत मे रात होती है तो शुकुल छ्द्म नाम से चैट करते है, नही नही मै आपको उनकी चैट आईडी नही दे सकता। शुकुल दर असल अपनी अमरीकी गर्लफ़्रेन्ड से बतिआते है (भाभी जी, यदि आप ये ब्लॉग पढ रही है तो ध्यान दीजिएगा) अमरीकन गर्लफ़्रेंड जिसने शुकुल को अपनी उमर १० साल कम बतायी है वो समझती है कि शुकुल, c.u.cool है जो व्हाइट हाउस मे काम करते है। हाँ शुकुल ने उसको यही झाम दे रखा है। शुकुल से आप दस पन्द्रह मिनट बतिया लें, नींद आने की शर्तिया गारंटी।
७. ब्लॉग लिखिए/टिप्पणी करिए : उठाइए कीबोर्ड और जुट जाइए, एक ब्लॉग पोस्ट लिख मारिए, जैसे अभी ये मैने लिख मारी है। और नही तो टिप्पणी ही कर डालिए, अपने सभी चिट्ठाकारों के ब्लॉग पर। हरेक से एक टिप्पणी की तो गारंटी रखिए ही। यदि आप ब्लॉग पोस्ट के लिए आइडिया नही मिलता है तो किसी भी चिट्ठाकार का ब्लॉग उठाइए, उसने जिस चीज के पक्ष मे लिखा हो उसके धुर विरोध मे लिख डालिए, टिप्पणी भी काफी मिलेंगी और टाइम भी अच्छा पास होगा। वो भी नही करना चाहते तो चिट्ठों की चर्चा करिए और शुकुल को भेज दीजिए, आपकी अपरान्ह, मध्यान्ह, मध्य-रात्रि या अन्य किसी समय से चर्चा छाप दी जाएगी।
८. दिन भर के काम लिखिए : कागज पैन उठाइए, और दिन भर के जो जो काम आपने किए, उनकी लिस्ट बना दीजिए। पहले समरी लिखिए,फिर डिटेल मे लिखिए, तब तक लिखिए, जब तक आपके हाथ ना थक जाएं। क्या कहा? दिन भर मे कोई काम नही किया, तभी तो…आपका तो अल्लाह ही मालिक है। चिन्ता मत करिए, अगली टिप्स देखिए।
९. फोन करिए : सबसे पहले तो उस बन्दे को ढूंढिए जिससे आपकी सबसे ज्यादा खुन्नस हो। कोई बन्दा ना मिले तो ससुराली पक्ष के किसी बन्दे को फोन करके सोते से उठाइए, सबसे पहले पूछिए, सो रहे थे क्या? यदि बोले ना, तब तो बेधड़क उससे फालतू की लम्बी बाते करें और यदि कहे हाँ सो रहे थे, तब भी। आपने तो वैसे भी शिष्टाचार वश ही पूछा था, आपको क्या लेना देना वो सो रहा था कि नही। यदि पत्नी से डरते हो तो ससुराल पक्ष वाला आइडिया छोडि़ए, किसी भी टेलीफोन/मोबाइल कम्पनी के कस्टमर केयर नम्बर को मिलाइए, ध्यान रखिएगा, आपके पास लाइन रात मे फ्री कॉल वाली हो तो सही रहेगा। वहाँ की किसी कन्या को पकाइए, उदाहरण के लिए इस लेख को भी पढा जा सकता है। वैसे आजकल न्यूज चैनल भी आप जैसे रतजगियों के लिए इन्डिया बोले टाइप के प्रोग्राम कराते रहते है, इसमे कई भारी भारी ब्लॉगरों को भी बुलवाया जाता है। आप जैसे रतजगिए इस तरह के प्रोग्राम को देखकर फोन करके ऊल जुलूल सवाल पूछ सकते है। विषय अक्सर मुफीद ही होते है, जैसे सेक्स, नेट पर प्रेम इत्यादि इत्यादि।
१०. फिल्म देखिए : जी हाँ, कोई भी पिटी पिटाई फिल्म देखिए, जैसे बूम या कुछ वैसी ही। अगर आप समानान्तर सिनेमा के शौकीन है तो उसकी रोटी देखिए। बस शर्त यही है कि फिल्म आपको समझ मे नही आनी चाहिए। कोशिश करिए अगर फिल्म का तमिल/तेलगू वर्जन मिले तो ज्यादा बेहतर रहेगा।
११. इस पोस्ट को पाँच बार पढिए : जी हाँ इस पोस्ट को पाँच बार पढिए, मै खुद दो बार से ज्यादा नही पढ सका तो आप क्या पढेंगे। इसलिए अगर नींद ना आए तो इसको ट्राई कीजिए। नींद पक्का आएगी। लेकिन हाँ सोने से पहले हमे इमेल करके अपना फोन नम्बर जरुर दीजिएगा, ताकि हम उपाय नम्बर ९ (फोन वाला) आपके ऊपर आजमा सकें।
१२. वो कीजिए जो हम यहाँ नही लिख सकते : ऐसे कई तरीके है जो हम यहाँ पर नही लिख सकते लेकिन हमे आशा ही नही बल्कि पूरा विश्वास है कि आप सभी जानते ही होंगे, आजमाइए, बिन्दास। सदियों पुराने आजमाए हुए तरीके है। ज्यादा जानकारी के लिए शुकुल से सम्पर्क किया जा सकता है।
अब ज्यादा लिखने के लिए हमे मत उकसाइए, जाइए इन उपायों मे से कोई भी आजमा कर देखिए। इसके अतिरिक्त भी अगर कोई उपाय आपको याद आए तो जरुर बताइएगा, हम उसको इस लिस्ट मे जोड़ने का पूरा पूरा प्रयत्न करेंगे। आखिर ये लेख सभी रतजगियों के लिए होमपेज की तरह रहेगा। इस पोस्ट को बुकमार्क कर लीजिए, जब भी आप पकने के मूड मे हो, इसे पढिए, बार बार पढिए। अमां अब देखते क्या हो, नींद नही आयी क्या? अरे हाँ, सोने से पहले टिप्पणी जरुर कर देना, वरना हमे नींद नही आयेगी।
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