आजकल मै रोज़ाना एक नयी फिल्म देख रहा हूँ , शायद इसलिये आसपास बहुत सारी अच्छी फिल्मे रिलीज हुई थी और मैने एक भी नही देखीं थी. छुट्टन मियां ने सारी फिल्मों की डीवीडी मेरे को थमा दी है, अब एक एक करके मै देख रहा हूँ और अपने हिसाब से समीक्षा आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ.
इस बार मैने देखी रामगोपाल वर्मा (रामू) की सरकार , फिल्म बहुत ही अच्छी बन पड़ी है, एक एक सीन पर मेहनत की गयी है. फिल्म शिवसेना प्रमुख बालठाकरे के जीवन से प्रभावित है, कई कई जगह ये बात साफ साफ दिखाई देती है. बालठाकरे का करैक्टर, इस फिल्म मे सुभाष नागरे के नाम से है, जिसे बखूबी अमिताभ बच्चन ने निभाया है. अमिताभ की बाडी लैन्गुएज, संवाद अदायगी, आँखे सब कुछ प्रभावित करती है.यकीनन अमिताभ जी, बालीवुड के मौजूदा दौर मे सबसे अच्छे अभिनेता है. फिल्म मे इनके साथ है सुप्रिया पाठक, अभिषेक बच्चन, के.के. मेनन,रुखसार,कैटरीना कैफ, तनीषा और अनुपम खेर.
सरकार, सिल्वरमनी के साथ
डायरेक्शन रामू ने अपने हाथ मे ही रखा, जो निसन्देह बेहतरीन है. रामू जल्द ही किसी शाट से खुश नही होते, इसलिये एक एक सीन, एक एक फ्रेम देखने वाला है. अभिषेक ने अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है, दिनो दिन उसके अभिनय मे निखार आ रहा है. यदि वो भूमिकाये पसन्द करने मे भी थोड़ा ध्यान रखे तो इसमे सुपर स्टार बनने का मैटेरियल मौजूद है. के.के.मेनन अपना प्रभाव छोड़ने मे सफल रहें है, अनुपम खेर के लिये ज्यादा सीन ही नही थे, फिर भी उन्होने अच्छी एक्टिंग की है. कैटरीना और तनीषा तो बस नाम के लिये रखी गयी है, मुझे समझ मे नही आता तनीषा ने ये फिल्म क्यों की, जबकि रोल तो बस नाम का ही था, शायद रामू के बैनर मे इन्ट्री चाहिये थी. एक और कलाकार का उल्लेख करना चाहूँगा…. वो है कोटा श्रीनिवासन राव…. सिल्वरमनी की भूमिका मे बहुत जमें है.
फिल्म का तकनीकी पक्ष काफी जोरदार है, बैकग्राउन्ड म्यूजिक फिल्म की जान है, इसके लिये तारीफ के हकदार है अमर मोहिले, फोटोग्राफी विश्वस्तरीय है, लेकिन कंही कंही सेपिया लाइटिंग के प्रयोग अखरते है, यदि वे सीन भी नार्मल मे शूट करते तो बेहतर इफेक्ट देते. साउन्ड और स्पेशल इफेक्ट्स भी अच्छे है, कोई कमी दिख रही थी तो वो थी आर्ट डायरेक्शन मे, कई कई सीन मे ये कमी दिख रही थी, सैट सजाने मे कुछ गलतिया समझ मे आ रही थी. पता नही रामू ने कला निर्देशन मे समझौता कैसे कर लिया.
मेरे विचार से अमिताभ और रामू को इस फिल्म के लिये एवार्ड मिलना चाहिये. हालांकि दोनो एवार्ड वगैरहा की चिन्ता नही करते, सबसे बढा एवार्ड होता है दर्शको का प्यार, जिसकी इन दोनो को कोई कमी नही .कुल मिलाकर ये एक ऐसी फिल्म है जिसे आप अपने डीवीडी कलैक्शन मे रखना चाहेंगे. आपको मौका मिले तो जरूर देखियेगा
फिल्म की आधिकारिक साइट यहाँ देखिये, विस्तृत समीक्षा के लिये यहाँ देखिये.
अगली फिल्म मै देखने जा रहा हूँ………सहर
समीक्षा का इन्तज़ार कीजिये
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