भई, ख़बर पढकर तबियत खुश हो गयी, मजा आ गया।
पश्चि्म बंगाल के २४ परगना जिले के बंगीय पुरोहित सभा ने फ़ैसला किया है कि जो युवक या युवती शादी के पहले थैलेसीमिया और एचआईवी का पता लगाने के लिए अपने खून की जाँच नहीं कराएँगे, पुरोहित उनकी शादी में मंत्र नहीं पढ़ेंगे। सच है, यदि ऐसा ही फ़ैसला सारे देश की पुरोहित सभायें ले लें तो हम एड्स जैसी खतरनाक बीमारी से सही तरीके से लड़ सकेंगे और ना जाने कितने घर बरबाद होने से बच जायेंगे। पूरी ख़बर यहाँ पढिये।
देर से ही सही, इन्डिया जाग रहा है….
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