रैनसमवेयर

आजकल हर तरफ जिधर देखो उधर रैनसमवेयर  की ही चर्चा है, लेकिन ये है क्या? सभी लोग इस से भयभीत क्यों है? आइये कुछ जानकारी करते है।  मै  हूँ जीतेन्द्र चौधरी, हर तकनीकी विषय को आपकी भाषा और आपके लेवल पर समझाने  वाला, आपका दोस्त, हमदम और मददगार ।

रैनसमवेयर क्या होता है?

पुराने समय में हम लोग सभी कुछ इंटरनेट पर नहीं करते थे, आजकल तो जो भी है, सब ऑनलाइन है, हमारी इमेल्स , खाताबही, सोशल मीडिया और हर वो छोटी बड़ी चीजें हो कभी डायरी और दिमाग में हुआ करती थी, आजकल ऑनलाइन है।  हमारा सारा हिसाब किताब, एक कंप्यूटर के अंदर समाया हुआ है, देखा जाए तो पूरी की पूरी दुनिया ही कम्प्यूटर के अंदर है।  अब जब सब कुछ एक ही जगह है तो उसकी कुछ सुरक्षा तो होनी ही चाहिए ना ? बस यहीं पर हम मात खा जाते है।  हम कम्प्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल तो महंगे से महँगा खरीदेंगे लेकिन उसकी सुरक्षा के लिए कोई 500 रुपये का सॉफ्टवयेर नहीं लेंगे।  खैर ये तो बात थी हमारी, हम बात कर रहे थे,  रैनसमवेयर  की।

computer virus photo

दरअसल रैनसमवेयर कुछ दुष्ट प्रजाति के प्रोग्रामर्स की खुराफाती दिमाग की उत्पति है, जो दुनिया को परेशान करना चाहते हैं।  रैनसम माने अपहरण , फिरौती।  जैसे पुराने समय में जग्गा डाकू , लाला के बच्चे  को  उठाकर ले जाते थे, फिर फिरौती की रकम वसूलते थे, बस कुछ वैसा ही, रैनसमवेयर  वाले खुराफ़ातिये  कर रहे है।  अब लाला तो अपने बच्चे की फिरौती देने से रहा , इसलिए लाला के बच्चे की जगह आपके कंप्यूटर का डाटा हो गया है।  रैनसमवेयर वाले आपके कंप्यूटर पर एक प्रोग्राम डाल  देते है, जो बस चुपचाप आपकी गतिविधियों को रिकॉर्ड करता रहता है, जिस दिन उसके आका का फरमान होता है, उस दिन आपका डाटा एन्क्रिप्ट यानी कूट भाषा में बदल दिया जाता है। साथ ही आपका अपना कंप्यूटर अब किसी और के आधीन हो जाता है, आप कुछ भी नहीं कर सकते।आपको पता तभी चलता है, जब उसके आका यानी रैनसमवेयर वाले की फिरौती वाली चिट्ठी आपको मिलती है। अब बस फिरौती की रकम का खेला शुरू होता है, कोई दे देता है, कोई नहीं देता, कोई शर्म के मारे बताता नहीं, कोई पुलिस को बताता है, कोई पेशेवर सुरक्षा वालों की शरण में चला जाता है।  लेकिन भाई उस खुराफाती बन्दे का उद्देश्य पूरा हुआ, उसको बताना था, आपकी सुरक्षा में सेंध कैसे लगायी जा सकती है।

हम तो छोटे लोग है, कोई हमारा क्या बिगाड़ लेगा?

सही कहा, आप उनके टारगेट हो भी नहीं, उनका टारगेट तो सभी बड़ी कंपनियां है, जो बड़े बड़े नेटवर्क पर काम करती है, जहाँ एक दिन का नुकसान भी लाखों करोडों में होता है।  लेकिन मान लो, आप अपना सारा हिसाब किताब अपने कंप्यूटर पर रखते हो, सारा ऑनलाइन बैंकिंग, पासवर्ड, सब कुछ, वो तो जग्गा डाकू के हाथ लग गया ना।  तो  यदि आप इस समस्या से ग्रस्त हो, तो सबसे पहले दुसरे कंप्यूटर पर जाकर, अपने पासवर्ड बदल डालिये, बैंक को भी बोलिये, कोई भी ऑनलाइन ट्रांसैक्शन न करे।  लेकिन ये समस्या आयी कैसे? मैंने तो सबसे अच्छा कंप्यूटर खरीदा था?

समस्या कहाँ है?

जे हुई ना  बात! समस्या है, कंप्यूटर का प्रोग्राम बनाने वाले आपरेटिंग सिस्टम में, आपकी कंजूसी में, आपकी लापरवाही में और सबसे बडी आपकी ललक में , जो हर ऐरी गैरी चीज को डाउनलोड और खोलकर देखते हैं,  और बेईज्जती कराना चाहते हैं ? खैर आप तो बदलोगे नहीं, आइये इलाज़ की बात करते है।

कोई इलाज़ है क्या?

है ना ,  क्यों नहीं होगा इलाज़ ? सबसे पहले तो आप अपना घर चैक  करिये, अपने नुक्सान का जायज़ा  लीजिये।  पता करिये आपके पास अपने डाटा का बैकअप है क्या? क्या कहा?  बैकअप क्या होता है? बहुत सही, ठीक है भाई आप जग्गा डाकू को पैसे दे आइये, जब आपको बैकअप नहीं पता तो फिर क्या बताएं। जिनके पास बैकअप है, वो नुकसान का जायजा लें, अपने कंप्यूटर को फॉर्मेट करिये , कोई अच्छा सुरक्षा सिस्टम लगाइये और नयी शुरुवात करिये।

उनको पैसे देंकर समस्या सुलझा लें क्या?

कतई  नहीं, आप पैसा देंगे तो वो लोग सुधरने की बजाय और दुष्ट लोगों को इकठ्ठा  करके इस से भी भयंकर हमला करेंगे।  आप फिरौती देकर भी उनकी नज़रों में  आ जाएंगे,  क्या गारंटी है कि अगली बार वो दूसरे नाम से अपहरण कांड नहीं  करेंगे।  यदि आप इस समस्या से ग्रस्त है, तो सबसे पहले किसी पेशेवर को संपर्क करिये, जो आपको सही सलाह देगा, पुलिस में इत्तिला करिये, साइबर क्राइम वालों को बताइये और सबसे बड़ी बात,  दृढ़ निश्चय करिये, कि आप फिरौती नहीं देंगे।

आगे के लिए क्या सबक है?

सबसे बड़ा सबक यही है, कि एक दूसरी हार्डडिस्क , उसमे अपना बैकअप लेकर रखें।  किसी भी ऐसी गैरी, नंगी पुंगी ललचाती हुई फाइल को ना खोलें, कोई अच्छा सा एंटी वायरस खरीदें (कॉपी वाला मत लेना, नहीं तो फिर फँसोगे ), अपनी जानकारी कूट भाषा में रखें, किसी को भी थाली में परोस कर मत दें।  बस यही सबक है, चलो भैया , आज  के लिए बस इत्ता ही, फ्री में क्या बच्चे की जान लोगे?

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