सबसे पहले तो मै चिट्ठाजगत का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उनकी चिट्ठाकार मे डाली गयी इमेल जिसमे बताया गया था कि चिट्ठाजगत अब मोबाइल पर भी उपलब्ध है। उसी इमेल को देखकर मुझे याद आया कि कुछ समय पहले मेरे को भी सूझी थी कि मेरा पन्ना का मोबाइल वर्जन बनाया जाए। मैने थोड़ा सा काम किया था लेकिन फिर किसी और व्यस्तता के कारण भूल गया। मैने भी मेरा पन्ना की साइट मे कुछ बदलाव करके इसको मोबाइल पर उपलब्ध करा दिया है। मैने इसको एक साइट से चैक भी कराया है, ये रही रिपोर्ट।
लेकिन जैसा कि अक्सर होता है हलवाई अपनी मिठाई नही खा पाता है, वैसा ही कुछ मेरे साथ हुआ है, मेरे मोबाइल पर हिन्दी सपोर्ट नही है, इसलिए मेरे को डब्बे डब्बे दिखाई दे रहे है। आप कहेंगे कि भोमियो वाली अंग्रेजी ट्रांस्लिटरेटेड साइट का स्क्रीनशॉट लगा दे्ते, कहाँ से लगाता, आज भोमियो की साइट डाउन दिख्खे है। मैने अपने ब्लॉगजगत के कुछ मित्रों को इमेल करके बोला है कि वे कोई स्क्रीनशॉट भेज दें, ताकि मै उसको यहाँ पर दिखला सकूं। आप अपने अपने मोबाइल पर मेरा पन्ना को देखकर अपने विचार जरुर व्यक्त करिएगा।
आप भी अपनी साइट को मोबाइल पर दिखा सकते है, बहुत आसान है, इस बारे मे अगली पोस्ट में।
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