जिन्दगी पुकारती है,आओ हम तुम भी मिल के पुकारे,
जिन्दगी कब हारती है,आओ हम तुम भी दुख से ना हारे
जख्म धरती के तन पे है करे,कितने दिल है जो गम से है भरे
दर्द की लहर है, जहर ही जहर है,आओ मिलके यह जहर उतारे.
यह गीत है सूनामी पीड़ितो के लिये, इसे लिखा है जावेद अख्तर जी ने, संगीतबद्द किया है जतिन ललित ने और इसे गायेंगे देश के पन्द्रह जाने माने गायक और गायिकाये, जिनमे प्रमुख है अलका याज्ञनिक,उदित नारायण,शान,सोनू निगम,श्रिया घोषाल,सुनिधि चौहान,सपना मुखर्जी और साधना सरगम. सबसे बड़ी खास बात कि किसी भी गीतकार,संगीतकार और गायक गायिका ने पारिश्रमिक के तौर पर कुछ नही लिया है.
यह गीत स्क्रीन अवार्डस जो १८ जनवरी,२००५ को होने है, उसमे दिखाया जायेगा और इसे एक एलबम के तौर पर भी बाजार मे लाया जायेगा, इससे होने वाली सारी आय, सूनामी पीड़ितो के लिये दान कर दी जायेगी.
निःसन्देह यह एक सराहनीय प्रयास है.
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