श्री रामचरित मानस

रामायण के प्रयोग

श्री रामचरित मानस के ढेर सारे प्रयोग हैं। रामायण की चौपाईयों  का प्रयोग लोग सैकड़ों वर्षों से करते आये हैं।  यह पूरी तरह से आजमाया हुआ प्रयोग है।  एक जरूरी नोट , यदि आपको इन पर विश्वास नहीं है तो आगे मत पढ़िए , यह पूरी तरह से आस्था सम्बंधित प्रयोग है :

प्रभु से क्षमा याचना के लिए चौपाई :
अनुचित बहुत कहेउं अग्याता।
छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।।

 

सुख समृधि पाने के लिए चौपाई :

जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं।
सुख सम्पत्ति नानाविधि पावहिं ।।

अच्छी बुद्धि और ज्ञान पाने के लिए चौपाई

ताके जुग पद कमल मनावऊं।
जासु कृपा निरमल मति पावऊं।।

बुरी शक्तियों से बचाव के लिए :

प्रनवउ पवन कुमार खल बन पावक ग्यान धुन।
जासु हृदय आगार बसहि राम सर चाप घर।।

वर्षा होने के लिए चौपाई :

सोइ जल अनल अनिल संघाता।
होइ जलद जग जीवनदाता।।

विद्या प्राप्ति के लिए चौपाई :

गुरु ग्रह गए पढ़न रघुराई।
अलपकाल विद्या सब आई।।

अकाल मृत्यु से बचाव के लिए चौपाई :
नाम पाहरू दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट।
लोचन निज पद जंत्रित प्रान केहि बात।।

शत्रु को मित्र बनाने के लिए चौपाई :
गरल सुधा रिपु करहि मिताई।
गोपद सिंधु अनल सितलाई।।

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